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Showing posts from December 19, 2015

आधुनिक हरयाणा

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हरियाणा की स्थापना 1966को हुई जिसके बाद इसमें बहुत ज्यादा बदलाव देखने को मिले।।। राजधानी-चंडीगढ़ कुल जनसख्या:-25353081 कुल छेत्रफल:- 44212 वर्ग किलोमीटर मंडल-4 जिले-21 खंड-119 कसबे-154 ग्राम -6841 ग्राम पंचायत-6083 जिला परिसद-21 हरयाणा के पहले राज्यपाल- धर्मवीर हरयाणा के पहले मुख्यमंत्री- भागवत दयाल शर्मा सबसे कम जनसख्या वाला जिला- भिवानी सबसे ज्यादा जनसँख्या वाला जिला- फरीदाबाद राजकीय खेल-कुश्ती राजकीय पसु- नील गाय राजकीय पक्षी- काला तीतर हरयाणा का जनसख्या घनत्व- 573वर्ग किलोमीटर भारत की कुल जनसख्या का प्रतिशत- 2% जनसख्या की दृष्टि से भारत में स्थान- 17th Www.linkpedia.tk More info will be updated tommorow... Read the Haryana ka ithihaas carefully.

हरीयाणा का इतिहास।।। (the past of haryana)

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भारतीय गणतन्त्र में, एक अलग राज्य के रूप में, हरियाणा की स्थापना यद्यपि 1 नवम्बर, 1966 को हुई, किन्तु एक विशिष्ट ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक इकाई के रूप में हरियाणा का अस्तित्व प्राचीन काल से मान्य रहा है। यह राज्य आदिकाल से ही भारतीय संस्कृति और सभ्यता की धुरी रहा है। मनु के अनुसार इस प्रदेश का अस्तित्व देवताओं से हुआ था, इसलिए इसे 'ब्रह्मवर्त' का नाम दिया गया था। हरियाणा के विषय में वैदिक साहित्य में अनेक उल्लेख मिलते हैं। इस प्रदेश में की गई खुदाईयों से यह ज्ञात होता है कि सिंधु घाटी सभ्यता और मोहनजोदड़ों संस्कृति का विकास यहीं पर हुआ था। शास्त्र-वेत्तओं, पुराण-रचयिताओं एवं विचारकों ने लम्बे समय तक इस ब्रह्मर्षि प्रदेश की मनोरम गोद में बैठकर ज्ञान का प्रसार अनेक धर्म-ग्रन्थ लिखकर किया। उन्होने सदा मां सरस्वती और पावन ब्रह्मवर्त का गुणगान अपनी रचनाओं में किया। इस राज्य को ब्रह्मवर्त तथा ब्रह्मर्षि प्रदेश के अतिरिक्त ' ब्रह्म की उत्तरवेदी' के नाम से भी पुकारा गया। इस राज्य को आदि सृष्टि का जन्म-स्थान भी माना जाता है। यह भी मान्यता है कि मानव जाति की उत्पत्ति जिन वैवस्तु

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